आप इसकी फॉर्मेट फॉर्मेट खुद देख लीजिएगा मैं इसके बीच का आंसर यानी जो अपनी मां को बता रही हूं वह बता रही हूं और आप इसकी फॉर्मेट खुद ही देख लीजिएगा
explanation: मेरी मां को मैं सबसे पहले प्रणाम करना चाहूंगी मां मैं आपको यह पत्र इसलिए लिख रही हूं कि मैं आपको बताना चाहती हूं कि मैं आपके बारे में क्या महसूस करती हूं और आपसे कितना भीम करती हूं मां मुझे आपका प्यार नहीं आज इतना बड़ा अफसर बनाया है कि मैं खुद को कुछ बता सकती हूं कि मेरा यह नाम है और मैं खुद का परिचय दे सकती हूं इसके लिए तो मैं हमेशा तुम्हारी ही धन्यवाद रहूंगी मां मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं तुमने मुझे बचपन से लेकर अब तक अब तक इतने प्यार से पर्दा पढ़ाया है इसके लिए मैं तुम्हारा ऋण कभी नहीं चुका पाऊंगी मां और मैं यह भी बताना चाहती हूं कि आपके बिना मुझे बहुत बुरा लग रहा है मैं अकेली कुछ नहीं कर पा रही हूं जब आप मेरे साथ होते हो तो मुझे ऐसा महसूस होता है कि अब मुझे डरने की कोई जरूरत नहीं है मुझे मां की ममता की छाया किरण कभी नहीं चुका पाऊंगी मुझे आपके साथ बहुत अच्छा महसूस होता है जैसे जैसे कभी भी दुखी हूं लेकिन आपके साथ रहकर मैं हमेशा खुश होती हूं और मेरे आंख में कभी भी एक आंसू तक भी नहीं होता मां अंत में मैं यह लिखना यह कहना चाहूंगी कि मैं आपसे बहुत प्रेम करती हूं और यह पत्र मैंने आपको यह सब बताने के लिए ही लिखा था धन्यवाद