शरद ऋतु को अंग्रेजी भाषा मे ऑटम सीजन कहते हैं। यह वर्षा ऋतु के बाद और शीत ऋतु से पूर्व आता है। हर ऋतु के तरह ही इसकी भी अपनी विशेषताएं हैं। यह जुलाई और अक्टूबर महीने के बीच पड़ता है। यह माह बहुत ही सुंदर होता है इसमे ज्यादातर जानवर और कीट-पतंग बाहर निकलते हैं।
यह एक प्रकार से शीतकाल की शुरुवात भी कहा जा सकता है। दिन छोटे और रातें लंबी होना शुरू हो जाता है। यह फल एकत्रित करने वाले मौसम के रूप में भी जाना जाता है।
शरद ऋतु का बारिश के साथ संघर्ष होता है, शरद ऋतु के आते ही आकाश में बादलों को साफ़ करती है। धूप का मौसम शरद ऋतु, बारिश के मौसम के पैरों के निशान को पोंछ देती हैं। कीचड़ भरे रास्ते सूख जाते हैं, और दलदल भी नहीं दिखाई देता है।
दलदली भूमि सूख जाती है और हर जगह का पानी भी सूख जाता है, गटर सूख जाते हैं, तालाबों और नदियों में पानी कोई गंदगी नहीं रहती है। पानी में कीचड़ नदी तल में बैठ जाता है, और पानी साफ और नीला दिखता है। यह पारदर्शी दिखाई देता है।
शरद ऋतु प्रकृति की सुंदरता के साथ सजा हुआ है, शुष्क बादल आकाश में तैरते हैं। उनमें से कुछ ज्यादातर सफेद और उभरे हुए नज़र आते हैं। वे समुद्र में दौड़ती हुई नौकाओं के समान दिखाई देते है। कभी-कभी बादलों से बूँदाबाँदी होती है तो कभी-कभी वे कुछ बूंदों की बारिश करते हैं।
सुंदर शरद ऋतु में फूल खिले रहते हैं। हमें तालाबों में कई प्रकार के कमल देखने को मिलते हैं। जो रंग में सफेद, नीले और लाल होते हैं। वे सभी दिनभर सूरज की रोशनी में रहते हैं, शाम में सफेद और नीले लिली के फूल खिलते हैं।
कुछ लिली के फूल लाल रंग के भी होते हैं। सभी एक साथ रात भर चंद्रमा पर टकटकी लगाकर देखते और है। शरद ऋतु में चमकदार चंद्रमा की उज्ज्वल चांदनी आकाश में एक सुंदर नीले कांच की तरह दिखाई देती है। शरद ऋतु की हवा हरे पेड़ों से होकर गुज़रती है और पत्तियों में हलचल मचा देती है। साथ ही इसी महीने में कई पेड़-पौधों के पत्ते भी पेड़ों से झड़ जाते हैं इसलिए इस माह को पतझड़ का महिना भी कहा जाता है।
वे प्रकाश और छाया में सपनों का नया शहर बनाते हैं। शरद ऋतु की शांत हवा का स्पर्श हमारे अंदर आकर्षण जगाता है और हम पूरे शरीर पर एक रोमांचक अनुभव महसूस करता हैं और हमारे दिमाग को नई दृष्टि देता है। हमारा पूरा शरीर ख़ुशी से झूम उठता है, और हमारे दिमाग कई नए विचार उत्पन्न होते है ।