मीराबाई का जन्म मेड़ता राजस्थान में हुआ, इनके पिता रतन सिंह थे। मीराबाई का सम्बन्ध राठौर राजपूत परिवार से था। मीराबाई जब छोटी थी तभी उनकी माँ की मृत्यु हो चुकी थी। मीरा का पालन पोषण उनके दादा राव दूदा की देख-रेख में हुआ जो भगवान् विष्णु के उपासक थे और एक योद्धा होने के साथ-साथ भक्त-हृदय भी थे और साधु-संतों का आना-जाना इनके यहाँ लगा ही रहता था। इस प्रकार मीरा बचपन से ही साधु-संतों और धार्मिक लोगों के सम्पर्क में आती रहीं। बचपन से ही मीराबाई श्री कृष्ण कि अनन्य भक्त थी। मीरा बाई एक मध्यकालीन हिन्दू कवियित्री थी। मीराबाई के भजन और उनकी रचनाएँ आज भी उत्तर भारत में अधिक प्रचलित है।