फूलों से सात लेयर से गोपुरम मंदिर की आकृति बनाई जाती है। तेलगु में बठुकम्मा का मतलब होता है, देवी माँ जिन्दा है। इस दिन बठुकुम्मा को महागौरी के रूप में पूजा जाता है। यह त्यौहार स्त्री के सम्मान के रूप में मनाया जाता है।
बतुकम्म से मिलता जुलता ही, तेलंगाना में बोडेम्मा पर्व मनाया जाता है जो सात दिनों तक चलने वाला गौरी पूजा का ही पर्व है, जिसे कुँवारी लड़कियों द्वारा मनाया जाता है